skip to main |
skip to sidebar
लालितासहस्त्र नाम
जैसे सम्पूर्ण जन्म जन्मान्तरों के अन्तिम जन्म में व्यक्ति को श्रीविद्या के प्रति भक्ति पैदा होती है, वैसे ही इस सहस्त्र नाम का पाठ करने की भावना उसी व्यक्ति में आती है जिसका यह जन्म अन्तिम होता है, अर्थात जिसका अब और जन्म नही होना है।
No comments:
Post a Comment